बाबा हरिराम
जिला मुख्यालय से 30 कि.मी. उतर में स्थित झोरड़ा गांव बाबा हरिराम की जन्म स्थली है। यह गांव विक्रम संवत 1695 में अमरसिंह राठौर ने सुन्दरदास चारण को जागीर में दिया था। बाबा हरीराम का जन्म विक्रम संवत 1959 तथा परलोक गमण विक्रम संवत 2000 में हुआ। दायमा ब्रह्मण परिवार में जन्में बाबा आजीवन ब्रह्मचारी रहे वे मात्र झाड़ा लगाकर सांप बिच्छू के दंश का जहर उतार देते थे। प्रति वर्ष भाद्रपद की चतुर्थी व पंचमी को गांव में मेला भरता हैं, जिसमें डेढ़ लाख लोग राजस्थान, उतरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली तथा पंजाब से आते है। राजस्थानी के लोकप्रिय कवि कानदान कल्पित इसी गांव के है, जिन्होने अपने गांव की वन्दना इस प्रकार करी है। मखमल बालू रेत, रमें हरीराम जठे, मरूधर म्हारो देश, झोरड़ो गांव जठे।