किसी भी धर्म, कर्म, संस्कार आदि में कुल देवी या माता का ध्यान अवश्य किया जाता है। दुर्गा सप्तसती में कहा गया है कि पुत्र कुपुत्र हो सकता है किन्तु माता कुमाता नहीं। हमारी जाति की कुल मातायें कौन-कौन सी हैं तथा किस किस गौत्र की कौन कौन सी मातायें हैं, इनकी जानकारी आवश्यक है। |