राजस्थान के सीकर जिले में स्तिथ छोटा सा एक गाँव “धीन्गपुर“ जिसने पारीक समाज को एक बहुमूल्य हिरा दीया | स्व. लखनलाल जी पारीक एवं स्व. केसर जी पारीक के घर दिनांक 3 जनवरी 1955, सोमवार को एक बालक का जन्म हुआ | जन्म के समय से ही यह बालक तेजस्वी, हसमुख और सरल स्वभाव का था | शांतचित स्वभाव वाले इस बालक का नाम दादाजी स्व. रुडमल जी पारीक एवं दादीजी श्रीमती सोनी देवी पारीक ने सुभाष रखा |
समय के साथ-साथ सुभाष ने अपने ग्राम धीन्गपुर से स्कुल शिक्षा प्राप्त की, विलक्ष्ण बुद्धि के प्रतिभाशाली छात्र सुभाष ने उच्च शिक्षा जयपुर एवं उदयपुर से प्राप्त की | सन 1972 में सुभाष का चयन मेडिकल कॉलेज में हुआ एवं सन 1977 में इस बालक ने एम.बी.बी.एस. पास किया |
शिक्षा के दौरान सुभाष में जन सेवा के साथ-साथ राष्ट्रसेवा का भाव भी प्रबल होने लगा | एम.बी.बी.एस. की शिक्षा पूर्ण होते ही सुभाष ने राष्ट्रसेवा करने का निर्णय लिया | उन्होंने चिकित्सकीय सेवा के माध्यम से देश के जवानो की सेवा करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया | (मैं यहाँ आपको बताना चाहूँगा की सन 1978 के दौरान हमारे पारीक समाज में कोई भी अपने पारिवारिक सदस्य को सेना में नहीं भेजता था परन्तु बालक सुभाष के निर्णय में उनके पिता की सहमती भी थी |)
सुभाष ने सन 1978 में सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा में कैप्टिन के रूप में अपने करियर की शुरुआत की | इसी दौरान 27 अप्रेल 1982 को आपका विवाह राजस्थान में जयपुर निवासी श्री गोविन्द नारायण जी तिवाड़ी के सुपुत्र श्री प्रदुम्न कुमार जी तिवाड़ी की सुपुत्री उपमा के साथ संपन्न हुआ | (जैसा की सर्वविदित है श्री श्री गोविन्द नारायण जी तिवाड़ी अपने आपमें एक सर्वश्रेष्ठ व्यक्तित्व के धने थे, उन्होंने समाज में शिक्षा जगत में नया आध्याय जोड़ते हुए पारीक कॉलेज की स्थापना की इसके अतरिक्त और भी कई शिक्षा संस्थाये बनाकर मानव समाज में शिक्षास्वरूप को बढ़ावा दीया | प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षित करने का प्रण लिया और अपना पूरा जीवन समाज में उत्कृष्ट कार्य करने और समाज के उत्थान हेतु समर्पित किया |) सुभाष के विवाह के कुछ वर्षो के पश्चात् आँगन में नन्ही किलकारियाँ सुनाई देने लगी | माँ लक्ष्मी के आशीर्वाद स्वरूप पुत्री अंकुर, अनुकृति के रूप में प्राप्त हुई |
शिक्षा के प्रति आपकी लग्न हमेशा रही एवं आर्मी सेवा में शामिल होने के पश्च्यात भी आपने डी.ए, पी.जी. डिप्लोमा हॉस्पिटल एण्ड हेल्थ मेनेजमेंट, एम.बी.ए. (एफ.एम.एस.), एम.फिल. (चेन्नई विश्वविधालय), एन.डी.सी. (नेशनल डिफेंस कॉलेज) एवं एन.ए.बी.एच अस्सेससोर कोर्स एवं डिग्रियाँ अर्जित की |
आपका भारतीय सेना में चिकित्सा एवं प्रबंधकीय क्षेत्र में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए सेना ने सन 1984 में मेजर, सन 1991 में लेफ्टिनेंट कर्नल, सन 2004 में कर्नल, सन 2009 में ब्रिगेडियर एवं सन 2012 में मेजर जनरल के पद पर पदोन्नत किया |
सेवाकाल के दौरान आपने विभिन्न अहम् पदों पर अपनी सेवाए दी जिनमे मुख्यत: कमांड हॉस्पिटल (सेंट्रल कमांड) लखनऊ एवं मिलिट्री हॉस्पिटल, मेरठ में कमांडेन्ट के पद पर, मिलिट्री हॉस्पिटल, जयपुर में कमांडिंग ऑफिसर के पद पर एवं सेना मुख्यालय में डिप्टी डायरेक्टर जनरल मेडिकल सर्विसेस (ऑपरेशन, प्लानिंग एवं प्रोजेक्ट्स) के पद पर सेवारत रहे | 30 अप्रेल 2014 को मेजर जनरल के पद से सेवानिवृत हुए |
चिकित्सा एवं प्रबंधकीय क्षेत्र में आपने उत्कृष्ट सेवाओ के लिए कई अवार्ड प्राप्त किए जो मुख्यत: वर्ष 2006-2007 में जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (साउथ वेस्टर्न कमान्ड), वर्ष 2007-2008 में चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ अवार्ड, वर्ष 2009-2010 में चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ अवार्ड, वर्ष 2010-2011 में चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ अवार्ड शामिल हैं | आपके आर्मड फोर्सेस (सशस्त्र बल) एवं चिकित्सा जगत में किये गए सर्वोत्तम कार्य तथा हमेशा बीमार व्यक्ति को होने वाली कठिनाइयों का समाधान कर उनमे जीवन जीने ललक पैदा की जिसके तहत आपको विशेष उपलब्धी हेतु सम्मानित पुरस्कार सन 2011 में “सूर्य ट्रांफी”, सन 2013 में “रक्षा ट्रांफी” भारत के तात्कालिक रक्षामंत्री श्री ए.के. एंटनी द्वारा प्रदत किये गए |
हमेशा देश एवं समाज सेवा में लगे रहने के जूनून ने सेवानिवृति के बाद भी आपको चिकित्सकीय क्षेत्र से जोड़े रखा | सन 2014 से आपने चिकित्सा निदेशक के पद पर आसीन होकर भगवान महावीर कैन्सर चिकित्सालय एवं अनुसन्धान केन्द्र, जयपुर को अपनी सेवाएँ देनी शुरू की | आज आपके द्वारा अनेको समजोप्योगी कार्य किए जा रहे है | आपके सामाजिक कार्यो से प्रभवित होकर आल इंडिया पारीक महासभा ने अपनी कार्यकारिणी में एतिहासिक बदलाव करते हुए “हेल्थ एण्ड मेडिकल” का पद सृजन किया एवं सन 2015 में आपको चेयरपर्सन हेल्थ एण्ड मेडिकल के पद की जिम्मेदारी दी | आपके द्वारा समाज के उत्थान, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी योजनओं को तैयार कर उनको क्रियान्वित किया जा रहा है | आप युवा पीढ़ी को केरियर की सलाह के साथ फिजिकल फिटनेस की जानकारी देते रहते है | समस्त पारीक समाज को आप पर गर्व है |